अकेली फिल्म महिला के संघर्ष की कहानी
नुशरत ने कहा कि इस फिल्म में कोई भी हीरो नहीं है और आतंक जैसी समस्या से लड़ने के लिए अकेली महिला का रोल करना एक बडी चुनौती थी। इससे पहले रोमांटिक फिल्मे की थी, लेकिन इस बार पूरी तरह एक्शन और इमोशन मोड पर नजर आउंगी। नुशरत कहती हैं कि यह फिल्म एक ऐसे संघर्ष की कहानी टेररिज्म के खिलाफ बयां करती है जिसमें एक महिला अकेले ही संघर्ष करते नजर आती है।
इस फिल्म के लिए तीनों प्रोड्यूसर तीन साल तक फॉलो करते रहे फिर मैने हां की। उन्होंने कहा कि काम को लेकर फिल्म के तीनों प्रोड्यूसर और डॉयरेक्टर तीनों ही पागल थे, ऐसे में पागलों की टीम ने पूरी शिद्दत के साथ ये फिल्म बनाई। उन्होंने स्वयं को पागल कहा कि एक पागल व्यक्ति ही प्यार का पंचनामा सरीखी फिल्म साइन कर सकता है।
लगी चोट, नई पीढी को संदेश
फिल्म के शूटिंग के दौरान कई बार एक्शन सीक्वल में चोट भी लगी, लेकिन हिम्मत नहीं हारी और लगातार काम करते रहे। उन्होंने बताया कि यह फिल्म नई पीढ़ी को संघर्ष करने का पाठ पढ़ाएगी कि कैसे लगातार संघर्ष के सहारे विजय प्राप्त की जा सकती है। नुशरत ने अपने ड्रीम रोल के बारे में कहा कि रॉकस्टार जोर्डन का रोल उनका ड्रीम रोल है, हालांकि वे मेल हैं। इसके अतिरिक्त उडता पंजाब और कपूर एंड संस जैसी मूवी की भूमिकाओं ने भी उन्हें खासा प्रभावित किया है एवं वे इस तरह की एक्टिंग करना चाहती है।
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